हिन्दू धर्म की बहुत बड़ी विडम्बना है कि यह धर्म डाल डाल और पात पात की तरह बट रहा है . और हिन्दू धर्म को बांटने का बहुत बड़ा कार्य ये गुरु और बाबा और डेरा बाले कर रहे है . एक बाबा फिल्म बना रहा है वो हीरो बन गया है , एक बाबा मुसलमान है वो साईं बाबा बन गया , एक बाबा साईं ने नाम पर कॉल गर्ल का धंधा करता है वो जेल में , एक बाबा बलात्कारी है वो भी जेल में है , एक बाबा सेना तैयार करता है वो भी जेल में है , एक बाबा दलाली करता है एक बाबा हवाला कारोवार का काम करता है और एक बाबा समोसे खिला रहा है .भक्तो को ये बाबा अपने नाम की माला जपने को बोलते है .
गुरु गोविन्द दोउन खड़े काके लागूं पाँव
बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दियो बताये .
इस दोहे का आज के पाखंडी गुरु भरपूर दुरपयोग कर रहे है . अपने को भगवान् से उपर बताते है. अब तो इनके भक्त भी इनके नाम की माला भी जपते है . क्या यही धर्म है . क्या यही सदगुरु हैं. इनका जो नाम जपेगा क्या उसको भगवान् मिलेगा या उसको सदोगति मिलेगी .कभी नहीं मिलेगी सदोगति इनके भक्तो को कभी नहीं मिलेगी . आध्यात्मिक विज्ञानं कहता है अगर आप मांसाहारी की माला जपोगे तो मांसाहार का भाव आएगा और कपटी की माला जपोगे तो कपट का भाव आएगा . इसीप्रकार उत्तम उर्जा वाले गुरु या व्यक्ति के सम्पर्क में रहते हो तो आपको सकारात्मक उर्जा मिलेगी और अगर आप दुष्ट और कपटी उर्जा वाले गुरु के सानध्य में रहते हो तो आपको नकारात्मक उर्जा ही मिलेगी . इसलिए इनके भक्तो को मिलेगा इनका बुरा आवरण और इनकी बुरी उर्जा . ये सभी बाबा तो हिरनाकश्यप है , इन पाखंडी उर्जा वाले गुरुओं को छोड़ कर अपने महान और दिव्य देवी देवताओं की माला जपो .इनकी माला जपने से ही आपका कल्याण होगा .
पंडित यतेन्द्र शर्मा, कुंडली एवं वास्तु विशेषज्ञ ( a1 श्री बालाजी हनुमान मंदिर रामा विहार डेल्ही 81 )